yakshini sadhana vidhi
yakshini sadhana vidhi(14) मदना याक्षिणी :-
yakshini sadhana vidhi साधना का समय :-
इस याक्षिणी की साधना रात्रि के पिछले पहर किन्तु दिन के आरम्भकाल में किया जाता। है निर्जन वन में झा किसी मनुष्य की आवाज सुनाई ना देती हो वहा पर छोकरा की कोपल लाये और उसमे बरगद की टहनी लगा कर हवन सामग्री तैयार करे ,और पृथ्वी पर षट चक्र काट कर कुंड बनाये प्रत्येक चक्र पर (ॐ ह्रीं)बीज अंकित करे बिच में मदना यक्षिणी का नाम लिख दे फिर उसके ऊपर बरगद और छोकरा की कोपल रख दे और अग्नि में परवश करे और मंत्र जाप शुरू करे।
yakshini sadhana vidhi मदना याक्षिणी का स्वरूप :-
यह याक्षिणी रूपवती सुंदर स्त्री ,मधुर स्वर बोलने वाली ,मीठी -मीठी मुस्कान वाली ,जो सदा हसती रहती है ,सदा कसनी रंग की वस्त्र पहनती रहती है ,जो साधक की इच्छा पूरी करती है। जो साधक एक बार प्रसन्न कर लेता है वो सदा सुख पाते है उनकी हर एक आवश्यकता को पूरा करते है।
yakshini sadhana vidhi मदना याक्षिणी का आगमन :-
यह याक्षिणी 27 दिन सिद्ध होने की सुचना देती है ,साधक से स्वप्नं में अनेक प्रकार की मनोहर बाते करती है। अपने हाव्-भाव कटाक्ष से साधक को मोहित करती है हर तरह से उसकी सेवा करती है। स्वप्नं में भी साधक जो कुछ कहता है उसे पल भर में पूरा करती है।
yakshini sadhana vidhi मदना याक्षिणी सिद्ध मंत्र :-
ॐ श्री मदनाशवरी यक्षिणी स्वाहा।
ॐ कालभैरवाय नमः फट फट स्वाहा।
इस प्रकार मंत्र को पांच हजार जाप बृक्ष के निचे करे। जिस स्थान पर जाप करना प्रारम्भ करे उसी जगह पर हवन कुण्ड स्थापित करे। जाप की माला के दाने मोर के पंख के बनावे प्रत्येक दाने के बिच में एक-एक गाठ काली उन की लगावे। जब माला तैयार कर चुके हो तब नियमित समय पर स्यार के खाल के आसन पर बैठ कर दक्षिण की और मुँह करके जाप करना आरम्भ करे, इस जाप को 21 दिन तक बराबर करते रहे। २१वे दिन याक्षिणी स्व्प्न में आकर साधक को दर्शन देती है।
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yakshini sadhana vidhi साधना का समय :-
इस याक्षिणी की साधना रात्रि के पिछले पहर किन्तु दिन के आरम्भकाल में किया जाता। है निर्जन वन में झा किसी मनुष्य की आवाज सुनाई ना देती हो वहा पर छोकरा की कोपल लाये और उसमे बरगद की टहनी लगा कर हवन सामग्री तैयार करे ,और पृथ्वी पर षट चक्र काट कर कुंड बनाये प्रत्येक चक्र पर (ॐ ह्रीं)बीज अंकित करे बिच में मदना यक्षिणी का नाम लिख दे फिर उसके ऊपर बरगद और छोकरा की कोपल रख दे और अग्नि में परवश करे और मंत्र जाप शुरू करे।
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yakshini sadhana vidhi मदना याक्षिणी का स्वरूप :-
यह याक्षिणी रूपवती सुंदर स्त्री ,मधुर स्वर बोलने वाली ,मीठी -मीठी मुस्कान वाली ,जो सदा हसती रहती है ,सदा कसनी रंग की वस्त्र पहनती रहती है ,जो साधक की इच्छा पूरी करती है। जो साधक एक बार प्रसन्न कर लेता है वो सदा सुख पाते है उनकी हर एक आवश्यकता को पूरा करते है।
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yakshini sadhana vidhi मदना याक्षिणी का आगमन :-
यह याक्षिणी 27 दिन सिद्ध होने की सुचना देती है ,साधक से स्वप्नं में अनेक प्रकार की मनोहर बाते करती है। अपने हाव्-भाव कटाक्ष से साधक को मोहित करती है हर तरह से उसकी सेवा करती है। स्वप्नं में भी साधक जो कुछ कहता है उसे पल भर में पूरा करती है।
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yakshini sadhana vidhi मदना याक्षिणी सिद्ध मंत्र :-
ॐ श्री मदनाशवरी यक्षिणी स्वाहा।
ॐ कालभैरवाय नमः फट फट स्वाहा।
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