दस वसीकरण विधी
दस वसीकरण विधी
दस वसीकरण विधी
(1 ) चिता की भस्म ,बच ,कूट,केसर और गोरोचन इन सबको पीकर बराबर -बराबर चूर्ण बनावे और इस मिश्रण को जिस नारी का वशीकरण करना है !उसके सिर में डालने से वह बस में हो जाती है !
दस वसीकरण विधी
(2 ) तगर ,कूट ,हरताल ,और केसर सबको बराबर -बराबर लेकर अपनी अनामिका ऊँगली के खृतानस पीसकर माथे पर लगावे और जहा इच्छा हो आप जायेंगे वहा आपकी ही बात मानी जाएगी !
दस वसीकरण विधी
(3 ) मनुष्य की खोपड़ी लाकर उसमे बबूल का बीज रखे फिर उसमे शहद और कपूर मिलाकर पिसे और अपने माथेपर तिलक करे तो देखनेवाले स्त्री हो या पुरुष सभी आपके बस में हो जायेंगे !
दस वसीकरण विधी
(4 ) चिता की भस्म ,कूट ,तगर ,बच ,कुमकुम इस सब सामग्री को पीसकर मिश्रण बना ले और इसे किसी भी स्त्री के सिर में और पुरुष के पाव तले डालेंगे तो वह बस में हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(5 ) नदी के किनारे से झाऊ की जड़ मंगाकर और जब पुष्य नछत्र आये तब उसमे कुढ़े कि छाल मिलाकर उसके बराबर चिता की राख मिलाकर एक मिश्रण बनाये और जिसकिसी मनुष्य का वसीकरण करना है उसके सिर में ढाल दे तो वह आपके बस में हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(6 ) भोजपत्र पर शत्रु का नाम लिखकर उसे शहद में डुबोये तो वह शत्रु आपके बस में हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(7 ) रति कार्य के पश्चात जो पुरुष अपने बाये हाथ से अपने वीर्य को लेकर स्त्री के दाये पैर के तलुए मे मालिश करे तो वह स्त्री हमेशा के लिए उसकी दासी बनजाएगी !
दस वसीकरण विधी
(8 ) गोरोचन और अपनी योनि का रक्त लेकर केले के रस में मिलाकर इसका तिलक लगाने से स्त्री अपने पति को बस में करसकती है !
दस वसीकरण विधी
(9 ) सफेद सरसो और अनार का पंचांग (फूल ,फल ,शाखा ,पत्ती ,जड़ ) इन सबको पीसकर आपस में मिश्रण बना ले और इसका लेप तैयार कर ले अब इस लेप को जो भी स्त्री अपने योनि पर लगाकर अपने पति से रमण करेगी तो उसका पति वसीभूत होजायेगा !
दस वसीकरण विधी
(10 ) कड़ुए तेल में मालती का फूल पकाकर जो स्त्री अपने योनि पर लगाकर अपने पति के साथ रमण करेगी तो उसका पति वसीभूत हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(11 ) सेंधा नमक ,शहद ,कबूतर का बिट ,को पीसकर आपस में मिश्रण बना ले और इस मिश्रण को जो मनुष्य अपने लिंग पर लगाकर अपनी पत्नी के साथ विषय कार्य करने से उसकी पत्नी अपने पति को देवता मानती है !
दस वसीकरण विधी
(12 ) गोरोचन ,कुमकुम,पारा,केसर,चंदन इन सबको मिलाकर एक चूर्ण बना ले और धतूरे के रस में पीसकर एक पेस्ट बना ले अब इसे अपने लिंग पर लगाकर जिस स्त्री से विषय कर्म करने पर वह स्त्री आपको अपना स्वामी मानेगी और उम्र भर आपकी सेवा करेगी !
(1 ) चिता की भस्म ,बच ,कूट,केसर और गोरोचन इन सबको पीकर बराबर -बराबर चूर्ण बनावे और इस मिश्रण को जिस नारी का वशीकरण करना है !उसके सिर में डालने से वह बस में हो जाती है !
दस वसीकरण विधी
(2 ) तगर ,कूट ,हरताल ,और केसर सबको बराबर -बराबर लेकर अपनी अनामिका ऊँगली के खृतानस पीसकर माथे पर लगावे और जहा इच्छा हो आप जायेंगे वहा आपकी ही बात मानी जाएगी !
दस वसीकरण विधी
(3 ) मनुष्य की खोपड़ी लाकर उसमे बबूल का बीज रखे फिर उसमे शहद और कपूर मिलाकर पिसे और अपने माथेपर तिलक करे तो देखनेवाले स्त्री हो या पुरुष सभी आपके बस में हो जायेंगे !
दस वसीकरण विधी
(4 ) चिता की भस्म ,कूट ,तगर ,बच ,कुमकुम इस सब सामग्री को पीसकर मिश्रण बना ले और इसे किसी भी स्त्री के सिर में और पुरुष के पाव तले डालेंगे तो वह बस में हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(5 ) नदी के किनारे से झाऊ की जड़ मंगाकर और जब पुष्य नछत्र आये तब उसमे कुढ़े कि छाल मिलाकर उसके बराबर चिता की राख मिलाकर एक मिश्रण बनाये और जिसकिसी मनुष्य का वसीकरण करना है उसके सिर में ढाल दे तो वह आपके बस में हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(6 ) भोजपत्र पर शत्रु का नाम लिखकर उसे शहद में डुबोये तो वह शत्रु आपके बस में हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(7 ) रति कार्य के पश्चात जो पुरुष अपने बाये हाथ से अपने वीर्य को लेकर स्त्री के दाये पैर के तलुए मे मालिश करे तो वह स्त्री हमेशा के लिए उसकी दासी बनजाएगी !
दस वसीकरण विधी
(8 ) गोरोचन और अपनी योनि का रक्त लेकर केले के रस में मिलाकर इसका तिलक लगाने से स्त्री अपने पति को बस में करसकती है !
दस वसीकरण विधी
(9 ) सफेद सरसो और अनार का पंचांग (फूल ,फल ,शाखा ,पत्ती ,जड़ ) इन सबको पीसकर आपस में मिश्रण बना ले और इसका लेप तैयार कर ले अब इस लेप को जो भी स्त्री अपने योनि पर लगाकर अपने पति से रमण करेगी तो उसका पति वसीभूत होजायेगा !
दस वसीकरण विधी
(10 ) कड़ुए तेल में मालती का फूल पकाकर जो स्त्री अपने योनि पर लगाकर अपने पति के साथ रमण करेगी तो उसका पति वसीभूत हो जायेगा !
दस वसीकरण विधी
(11 ) सेंधा नमक ,शहद ,कबूतर का बिट ,को पीसकर आपस में मिश्रण बना ले और इस मिश्रण को जो मनुष्य अपने लिंग पर लगाकर अपनी पत्नी के साथ विषय कार्य करने से उसकी पत्नी अपने पति को देवता मानती है !
दस वसीकरण विधी
(12 ) गोरोचन ,कुमकुम,पारा,केसर,चंदन इन सबको मिलाकर एक चूर्ण बना ले और धतूरे के रस में पीसकर एक पेस्ट बना ले अब इसे अपने लिंग पर लगाकर जिस स्त्री से विषय कर्म करने पर वह स्त्री आपको अपना स्वामी मानेगी और उम्र भर आपकी सेवा करेगी !
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