court case se mukti
court case se mukti या नवरात्रि में अपना मुकदमा जितने का यंत्र बनाने की विधी:-
मित्रों आज हम आपको बताएंगे की नवरात्र में हम सिद्ध करके अपना मुकदमा जीत सकते हैं या दुश्मन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
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court case se mukti सामग्री:-
लाल रंग का आसन,शमशान का कोयला,लाल रंग का झंडा,काला पेन,सफेद कागजcourt case se mukti समय :-
आधी रात नवरात्र मेंcourt case se mukti विधि:-
सर्वप्रथम नहा धोकर स्वच्छ हो जाइए और सुबह के समय नवरात्रि में पूजा करने के पश्चात यंत्र को काले पेन की सहायता से कागज पर बनाइए अब दूसरे स्थान पर यानी मां दुर्गा जी के पूजा स्थान से दूसरी जगह पूर्व दिशा की तरफ मुख करके एक लाल रंग का झंडा जमीन में गाड़ीेए।इसके बाद लाल रंग के आसन पर बैठकर लिखे हुए यंत्र के पीछे शमशान के कोयले से अपने दुश्मन का नाम लिखे अब उस यंत्र को अपने हाथ में लेकर माता जी से यह अनुरोध करिए की हे माता मुझे इस कार्य में सफल बनाएं।
अब मित्रों उस यंत्र को अपने आसन के नीचे रंग रख दीजिए और आसन के ऊपर बैठकर मां दुर्गा जी का पाठ करिए मित्रों पाठ आरात के समय गड़े हुए चंडी के सामने झंडे के सामने ही करना है मित्रों यह कार्य तब तक करना है जब तक मुकदमा समाप्त नहीं हो जाए मित्रों आपको सफलता अवश्य मिलेगी आप मां दुर्गा पर विश्वास करके कार्य करिए।
NOTE :- यंत्र विधि वही करने में सफल होगा जिसके ऊपर किसी की मृत्यु या कन्या अपराध का मुकदमा ना चल रहा हो।
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रत्नों की पहचान तथा उनकी धारण से होने वाले शुभाशुभ फल तथा ग्रहों के अनिष्ट फलों को रोकने के लिए विभिन्न रत्नों को धारण करने का फल प्रयत्न प्रत्यक्ष होता है रतन दो प्रकार के होते हैं मूल्यवान और आलू मूली भी सुलभ और दुर्लभ भी ज्योतिष विद्या के आधार पर रत्नों का अनुकूल चयन और उनकी धारणीय विधि बहुत महत्वपूर्ण है कौन सा रतन किसी स्त्री पुरुष के लिए उपयोगी और फलदाई है तथा कौन सा अशुभ कारक बन जाता है यह आलेख आप सब पाठकों के बीच प्रस्तुत है।
court case se mukti मलिक :-
माणिक या सूर्य या सूर्य ग्रह का रत्न है या सिंदूर जैसे रंग का लाल कमल दल जैसे गुलाबी रंग का चिकना चमकदार पारदर्शक तथा लाल रंग का प्रकाश पुंज उत्सर्जन होता है जन्म कुंडली में अथवा हथेलियों में सूर्य ग्रह शुभ हो अथवा शुभ भाव का अधिपति हो तो यह रत्न धारण करें यदि सूर्य तीसरे छठे ग्यारहवें भाव में हो तो या रतन धारण किया जा सकता है यदि जन्म लग्न मेष सिंह वृश्चिक धनु हो तो यह रतन धारण करना लाभकारी है जन्मपत्रिका में सूर्य पंचम नवम तथा सप्तम भाव में भी हो तो यह रतन धारण करने से वैवाहिक जीवन की बाधाएं दूर होकर मान-सम्मान यश लाभ तथा पद वृद्धि प्राप्त होती है विवाह संपादन में बाधा सफेद दाग गर्भपात पद प्रतिष्ठा में मानहानि हो तो भी यह रतन धारण करें यह कम से कम 3 रत्ती का हो इसे सुनाया तांबा में जड़वा कर अनामिका उंगली में रविवार को धारण करें।
court case se mukti मोती :-
क्या चंद्र ग्रह का रत्न है मोती एक विशेष सीप नामक जलीय जंतु के गर्व से प्राप्त होती है यह सुंदर सफेद कंकड़ गोल तथा अपारदर्शी ठोस रतन है यदि जन्म पत्रिका में चंद्रमा सूर्य के साथ युक्ति कर रहा हो जन्म पत्रिका में चंद्र निर्मल झीणो नीच का हो स्थित हो अथवा राहु के साथ योग करते हुए ग्रहण योग बना रहा हो तो उस परिस्थिति में यह रतन धारण करना लाभकारी एवं शांति दायक माना जाता है जन्म लग्न मेष कर्क वृश्चिक राशि में चंद्रमा हो तो यह रतन धारण किया जा सकता है या रतन धारण करने से मानसिक तनाव दूर होकर विद्या वृद्धि देश देशांतर भ्रमण का सौभाग्य तथा प्रचुर धन लाभ प्राप्त होता है या रतन कम से कम पांच से सात रत्ती चांदी में जड़वा कर कनिष्ठा उंगली में सोमवार को धारण करें।
court case se mukti मूंगा :-
या मंगल ग्रह का रतन है या गेरुआ सिंदुरिया युवा वर्ग तथा गहरे लाल रंग का चिकना चमकदार अपार दर्शक फोर्स रतन है या कोरल नामक जलीय जंतु के द्वारा समुद्र से प्राप्त होता है जन्मपत्रिका में मंगल में सिंह वृश्चिक धनु राशि में हो तो या रतन माना गया है मंगल लग्न चतुर्थ सप्तम अष्टम और द्वादश भाव में विराजमान हो तो या रतन धारणिया लाभकारी माना जाता है यह रतन धारण करने से जीवन में सभी भौतिक सुख मान-सम्मान पद वृद्धि तथा दांपत्य जीवन में बाधा बार-बार दुर्घटना होती हो तो या रतन धारण करना चाहिए यह कम से कम 6 रत्ती का चांदी में जड़वा कर अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।
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