how to sidh mantra
how to sidh mantra :-
मित्रों यह बात सत्य है कि आप कोई भी कार्य करिए बिना किसी ज्ञानी व्यक्ति की सलाह के मत करिए।
how to sidh mantra |
how to sidh mantra विधि:-
मित्रों हमेशा की तरह आप स्नान आदि करके स्वच्छ हो जाइए और एक पेन और कागज लेकर के किसी एकांत स्थान पर चले जाइए और जिस मंत्र को सिद्ध करना है वह पेन की सहायता से कागज पर उसको लिखिए अब इस मंत्र की विधि पूर्वक पूजा करिए।how to sidh mantra उदाहरण:-
जैसे कि हर मंत्र से संबंधित कोई ना कोई देवी देवता शेर शैतान अवश्य जुड़ा होता है
उस मंत्र से संबंधित जो कोई भी हो उसकी आप विधि पूर्वक पूजा अर्चना करिए और उन से यह प्रार्थना करनी है कि हे प्रभु आप मुझे यह आकर बताएं कि मैं इस कार्य में सफल हो पाऊंगा या नहीं
मित्रों उसी प्रकार आपको ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए उस पूजा स्थान के पास सिरहाना करके 3 दिन तक जमीन पर सोना होगा।
how to sidh mantra |
ध्यान रखिएगा मित्रों आपका सिर पूजा स्थान की तरफ होना चाहिए।
ऐसा करने पर आपको रात में सपने में आकर उस मंत्र से संबंधित जो कोई होगा वह आपको बताएगा कि मंत्र सिद्ध होगा या नहीं यदि सपने में कोई भी नहीं आता है तो आप समझ जाइए की यह मंत्र सिद्ध नहीं हो पाएगा यानी इस कार्य में आपको सफलता नहीं मिलेगी।
और यदि कोई आपसे आकर बताता है कि हां मंत्र सिद्ध होगा तो मित्रों आप इस कार्य को आगे कर सकते हैं
मित्रों हमने इसकी एक वीडियो भी बनाई है जो YouTube वीडियो है आप चाहें तो हमारी दी हुई लिंक से हमारे चैनल पर जाकर इस वीडियो को देख सकते हैं।
how to sidh mantra नीलम :-
या शनि ग्रह का रत्न है यह इंद्रधनुष के बीच के नीले रंग के समान होता है या हल्का नीला बैगनी लव युक्त भी होता है सर्वश्रेष्ठ नीलम मोर की गर्दन के रंग का सर्वोत्तम माना जाता है यह चिकना चमकदार पारदर्शी रतन होता है शनि नव ग्रहों में सबसे मंद गति वाला क्रूर कष्टदायक कुख्यात और त्रासद ग्रह है जन्मपत्रिका में जन्म राशि तुला मकर और कुंभ हो जन्म लग्न में मेष तुला मकर और मकर और कुंभ राशि में हो तथा जन्मपत्रिका में शनि कहीं भी मिस तुला मकर और कुंभ राशि में हो तो यह रत्न धारण करने से पद प्रतिष्ठा धनलाभ भूमि भवन वाहन का सुख सौभाग्य प्राप्त होता है इसके धारण से कठिन रोग शोक दुश्चिंता दूर होकर मनुष्य सुख पूर्वक जीवन व्यतीत करता है या कम से कम पांच रत्ती का हो तो इसे चांदी में जड़वा कर मध्यमा उंगली में शनिवार को धारण करें।
how to sidh mantra गोमेद :-
या राहु ग्रह का रत्न है या पीला गोमूत्र के समान साथ ही श्यामलता लाली मिश्रित चिकना चमकदार पारदर्शक रतन है कुटिल मनोवृति जातक को परम बुद्धि क्रूर और विक्षिप्त बना देता है यदि संयोग से किसी के जन्म पत्रिका में इसकी स्थिति शुभ हो तो यह रतन राजयोग भी उपस्थित कराता है यह जन्मपत्रिका में 14589 और 11 भाव में हो तो या रतन धारण करें या कम से कम 4 रत्ती का हो इसे सोना या चांदी में जड़वा कर मध्यमा उंगली में शुक्रवार को धारण करें।
how to sidh mantra लहसुनिया :-
लहसुनिया केतु रतन है राहु के समान ही कि तू भी किसी राशि का स्वामी नहीं होता लहसुनिया पीले भूरे काले हरे स्वीट रंगों में पाया जाता है लहसुनिया में एक ओर से दूसरी ओर तक सूट जैसी दाढ़ी होती है जिसमें विशेष प्रकार की चमक होती है इसी चमक के कारण अंग्रेजी में कटाई अर्थात बिल्ली की आंख कहा जाता है विश्व में श्रेष्ठ लहसुनिया लंका का माना जाता है यदि केतु लग्न द्वादश एकादश या नवम भाव में हो केतु लग्न एवं चंद्रमा दोनों केंद्र या त्रिकोण में हो भूत वादा आतंक दुर्घटना अज्ञात बाय भूत-प्रेत जादू-टोना आदि मेला सुनिया कम से कम पांच से सात आठ रत्ती का चांदी में जड़वा कर केतु मंत्र से अभिमंत्रित कर बुधवार को मध्यमा उंगली में धारण करें।
how to sidh mantra नवरत्न लॉकेट :-
नवरत्न के लॉकेट में नवग्रहों के नियम नियंत्रण के लिए नवरत्न एक साथ जोड़े जाते हैं किसी भी नर नारी को अपनी जन्म राशि का ज्ञान ना हो जन्मपत्रिका में ग्रहों की स्थिति ऐसी हो कि उपयुक्त ग्रह का रत्न चयन करने में कठिनाइयां हो तो उन नवरत्न लॉकेट धारण किया जा सकता है इसे धारण करने से सुख शांति सौभाग्य धन मान-सम्मान वंश वैभव की प्राप्ति अवश्य होती है चेतावनी रतन सही एवं विश्वसनीय प्रतिष्ठा से ही खरीद कर प्राण प्रतिष्ठा करा कर ही धारण करना चाहिए।
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